Saturday, 13 June 2020

जब उसे पाना ही ना लिखा तकदीर में, तो हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यों है







1.कर दे नज़रे करम मुझ पर,


मैं तुझपे ऐतबार कर दूँ,


दीवाना हूँ तेरा ऐसा,


कि दीवानगी की हद को पर कर दूँ.


2.आग सूरज में होती है,


जलना ज़मी को पड़ता है…


मुहोब्बत निगाहें करती है,


तड़पना दिल को पड़ता है!!


3.दिल ही दिल में दिल की बात हो जाएगी,


आईने में देखो हम से बात हो जाएगी…


शिकवा ना कीजिये हमसे मिलने का,


बस आँखे बंद कीजिये हमसे मुलाकात हो जाएगी !!








4.एक दुआ मांगते हैं हम खुदा से,


चाहते हैं आपकी ख़ुशी पूरी हो इमान से…


सब हसरतें पूरी हो आपकी,


और आप मुस्कुराएँ दिलों जान से !!


5.पानी से प्यास न बुझी ,


तो मयखाने की तरफ चल निकला….


सोचा शिकायत करूँ तेरी खुदा से,


पर खुदा भी तेरा आशीक निकला !!


6.एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है,


इंकार करने पर भी इजहार क्यों है….


जब उसे पाना ही ना लिखा तकदीर में,


तो हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यों है !!








7.निगाहे निगाहों से मिलाकर तो देखो,


नए लोगों से रिश्ता बना कर तो देखो…


जो है दिल में उसे कर दो बयाँ,


खुद को एक बार जता कर तो देखो !!


8.दूरियों की परवाह ना कीजिए,


जब दिल पुकारे बुला लीजिए….


हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,


बस अपनी पलके झुका लीजिए!!


9.दीवाने हैं उनके इंकार नहीं,


कैसे कहें कि उनसे प्यार नहीं….


है कसूर उनकी भी निगाह का,


अकेले हम ही तो गुनहगार नहीं !!


10.बाहर होती तो तितलियां जरूर आती,


नमी आंखों में होती तो सिसकियां जरुर आती…


कहने को लोग कहते हैं कि खूब याद आते हो,


मगर याद करते तो हिचकियां जरूर आती !!