Saturday, 13 June 2020

जो दिमाग कहता है वो “मज़बूरी” होती है और जो दिल कहता है “मंजूरी” होती है







आज का दिन मंगलमय हो – जय श्री राधेकृष्णा


जिंदगी के हर मोड़ पर हमे वही करना चाहिये जो हमारा दिल हमसे कहे,क्योंकि जो दिमाग कहता है वो “मज़बूरी” होती है और जो दिल कहता है “मंजूरी” होती है।


मांगी हुई खुशियों से किसका भला होता है, किस्मत में जो लिखा होता है उतना ही अदा होता है, न डर रे मन दुनिया से यहाँ किसी के चाहने से नहीं किसी का बुरा होता है, मिलता है वही जो हमने बोया होता है, कर पुकार उस “कृष्ण” के आगे क्योंकि सब कुछ उसी के बस में होता।








मन की आंखो से प्रभु का दीदार करो, दो पल का है अन्धेरा बस सुबह का इन्तजार करो, क्या रखा हैआपस के बैर मे ए यारो, छोटी सी है ज़िंदगी बस हर किसी से प्यार करो।








नम्रता से बात करना, हर एक का आदर करना, शुक्रिया अदा करना और माफी मॉगना ये गुण जिसके पास हैं वो सदा सबके करीब औऱ सबके लिये खास है।


प्रिय मित्र आपको यह आर्टिकल पसन्द आया हो तो Comments जरूर कीजिएगा। दिल से बहुत बहुत शुक्रिया मेरे प्रिय मित्र। राधेकृष्णा आपकी सब मनोकामना पूर्ण करें, उनका स्नेह आपको और आपके सारे परिवार को सदैव मिले।:):):)