Saturday, 13 June 2020

संबंध कभी भी मीठी आवाज़ या सुन्दर चेहरे से नहीं टिकते, वो टिकते हैं सुन्दर ह्रदय और कभी ना टूटने वाले विश्वास से







मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो, जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये। मधुर वाणी बोलना एक मंहगा शौक है,जो हर किसी के बस की बात नहीं,अपने खराब मूड के समय बुरे शब्द ना बोलें, क्योंकि खराब मूड को बदलने के बहुत मौके मिलेंगें, पर शब्दों को बदलने के मोके नहीं मिलेंगे, माना दुनियाँ बुरी है सब जगह धोखा है, लेकिन हम तो अच्छे बने हमें किसने रोका है।


संबंध कभी भी मीठी आवाज़ या सुन्दर चेहरे से नहीं टिकते, वो टिकते हैं सुन्दर ह्रदय और कभी ना टूटने वाले विश्वास से। स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में है, क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो मैं आपके दिल में हूँ, और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो तो मैं आपके दिमाग में हूं, पर रहूंगा आप के पास ही।


जिन्दगी जब देती है तो एहसान नहीं करती और जब लेती है तो लिहाज नहीं करती। दुनिया में दो पौधे ऐसे है जो कभी मुरझाते नही, और अगर जो मुरझा गए तो उसका कोई इलाज नहीं। पहला – नि:स्वार्थ प्रेम, और दूसरा – अटूट विश्वास।


कामयाब व्यक्ति अपने चेहरे पर दो ही चीजें रखते हैं – मुस्कुराहट और खामोशी .मुस्कुराहट- मसलों को हल करने के लिए और खामोशी- मसलों से दूर रहने के लिए। विचार ऐसे रखो कि तुम्हारे विचारो पर भी किसी को विचार करना पड़े, समुद्र बनकर क्या फायदा बनना है तो तालाब बनो जहाँ पर शेर भी पानी पीयें तो गर्दन झूकाकर।


संबंध कभी भी मीठी आवाज़ या सुन्दर चेहरे से नहीं टिकतेवो टिकते हैं सुन्दर ह्रदय और कभी ना टूटने वाले विश्वास से।


प्रिय मित्र आपको यह आर्टिकल पसन्द आया हो तो Comments जरूर कीजिएगा। दिल से बहुत बहुत शुक्रिया मेरे प्रिय मित्र। महाकाल आपकी सब मनोकामना पूर्ण करें, उनका स्नेह आपको और आपके सारे परिवार को सदैव मिले। :):):)