दिल की बातों को आज कहना है तुमको ,
धड़कन बनके तेरे दिल में रहना है हमको,
कही रुक ना जाए यह मेरी साँसें,
इसलिए हर पल तेरे साथ जीना है हमको।
ना जाने कैसा रिश्ता है इस ,
दिल का तुझसे ,
धड़कना भूल सकता है पर ,
तेरा नाम नहीं।
हम आपके प्यार में कुछ ऐसा कर जायेंगे ,
बन कर खुसबू इन हवाओं में बिखर जायेंगे,
भुलाना अगर चाहो तो साँसों को रोक लेना,
वरना साँस भी लोगे तो दिल में उतर जायेंगे।
उलझा रही है मुझको ,
एहि कश्मकश आजकल ,
तू आ बसी है मुझमें ,
या में तुझमे कही खो गया हूँ ??
8.न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।
9.तुम मिल गए तो से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।
10.तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से,
खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम।


